खोरठा भासाक छेतरिय रूप

भासाक लेताइरें एगो कभाइत हइ ” तीन कोस पर पानी बदले , सात कोस पर बानी ” . मनेक कुछ कुछ दुरी पर असथानिय बिसेसता पावल जा हे। झारखण्ड जइसन पहाड़ी छेतर जहाँ खोरठा के बिसतार ढंगा हे जकर भितर उत्तरी छोटानागपुर, पलामू, संथाल परगना परमण्डल के 16 जिला आवे हे, 1.5 करोड़ बोलवइया हथ  हुआँ स्थानीय परिसथिति , जलवायु , बहरी समपरक के करने भासायं छेतरिय भिननता सोभाबिक हे। 

डॉ के झा जी खोरठाक दु जो परचलित छेतरिय रूप के बरनन करल हथ :

  • सिखिरिया बा खासपइलिया  (२) गोलवारी

सिखरी आर गोलवरी दु रकमेक अनाज नापेक पइला के आधारें

  • सिखरिया: सिखरिया पइला 14 छटाक अनाज आटें हे। जोन छेतरें ई पइला कर परजोग हे हुवांक खोरठाक रूप सिखरिया कहल जा हे.
  • गोलवारी: गोलवारी पइला 18 छटाक अनाज आटें हे।  जोन छेतरें ई पइला कर परजोग हे हुवांक खोरठाक रूप गोलवारी कहल जा हे.

अनाज नापेक पइला के आधार पर खोरठाक छेतरिय परकार हेठे उखरवल गेल हे।

(१) सिखरिया बा खासपइलिआ: ई छेतरे जे पइला के बेबहार होवे हे ऊ 14 छँटाक के होवे हे जे 1 सेर से कम होवे हे। एकरा खास पइला कहल जा हे आर जहाँ तक ई पइला के परचलन हे हुवाँ तक के भासा के सिखरिया बा खासपइलिआ कहल जा हे। ई छेतर जैना मोड़ (जरीडीह परखण्ड ) से लइ कर पुरबी बंगाल सिआडी तक पसरल हे। खोरठा के ई रूप के बिसेसता हइ कि बंगाल दिगे बाढ़ले ध्वनि उसारन में बंगला परभाब पावल जा हे। जइसे : ‘अ’ के वर्तुल उचारण अॉ   देखा हे। 

लेरू –> बछोर , हमर  > हमोर , छागरी –> छागल , क़ुरइ  –> बेहन

(२) गोलवरी खोरठा : ई छेतरे जे पइला परचलित हे ओकर में 18 छँटाक अनाज आटे हे – गोलवरी पइला कहल जा हे।  कसमार परखंड से भेड़ा नदी तक पसरल हे जकर में कुरमाली के परभाब देखल जाइल पारे।  जइसे :कर-हे कर इस , हइ आहे, की किना ।

(३) रामगढ़िया : डॉ बी एन ओहदार जीक ‘सर्वेक्षण’ के अनुसार भेड़ा नदी के पतरातू  प्रखंड तथा दखिन ओरमांझी प्रखंड के बोली में कुरमाली आर नागपुरी के परभाब देखल जा हे।  की किना भे जा हे।  रामगढ़ के दक्षिण पश्चिम दिगे बाढ़ले नागपुरी के प्रधानता गढ़िया होइल जा हे।  जेरंग : कर – हइ करइला , छगरिअइन छागरिमन।  मुदा ई नागपुरी परभाब २% से बेसी नाय हे।  खोरठा के ई छेतरिय रूप के रामगढ़िया कहल जा हे। 

(४) देसवाली: पतरातू परखण्ड के पश्चिम सिमा से पश्चिमी पलामू के आखरी सिमा तक छीतरिय सिमा तक खोरठें मगही , भोजपुरी के परभाव देखल जा हे आर ई छतरिय रूप के देसवाली कहल जा हे। 

(५) परनदिया: दामोदर नदी के ठीक उत्तरी छोर से खोरठे परिबरतन देखाइ परे हे , कर हे करो हे।  भात भाता , पेट पेटा।  मनेकि परनदिया खोरठे किरिया पद में ‘ओ’ कार आर सइंगा पद में ‘आ’ कार जुइट जा हे। 

(६) छीका छिकी खोरठा बा संथाल परगनिया : खोरठा छेतर के उत्तरी पूरबी भाग में  खोरथे मैथिलि के दु चाइर परतइ के जोड़ान भय गेल हे। जइसे :

हाम कइर देलिअइ हाम करिइ देलिअइ। ऊ चइल गेलइ ऊ चलिइ गेलिइ।  उपरे उखरवल खोरठाक भिनु भिनु भेद से ईटा फुरछा हे कि मूल ढांचा में कोन्हो फरक नाय हे मुदा असथानीय  परभाव के चलते उपरी उचारन में  फरक आइ गेल हे।  ई लेताइरें मानकीकरन के परियास करल जाइ रहल हे। 

एगो झारखण्ड कर मानचित्र लगवा आर ऊपर उखरावल भिनु भिनु रूप के देखावा

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माइर कुइट (conclusion) के लिखा

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